मृत्यु का भोज | Mrityu bhoj par kavita
मृत्यु का भोज ( Mrityu ka bhoj ) मानों बात आज नव युवक लोग, बन्द कर दो यह मृत्यु का भोज। चला रहें है इसको ये पुराने लोग, आज तुम सभी पढ़े-लिखे लोग।। जीवित पिता को एक रोटी नही, मृत्यु पर जिमाते आप लोग कई। अपना समय तुम सभी भूल गये, खिलाते थें…