हिफ़ाज़त वतन की | Watan par Shayari

( हिफ़ाज़त वतन की ) Watan par Shayari   करो हर क़दम पे हिफ़ाज़त वतन की करो सब वफ़ा से मुहब्बत वतन की अदू ख़ौफ़ खाए सदा भारत से...

सबक | Sabak

सबक ( Sabak )  आज तकलीफ़ महसूस की कल भूल जाया करते हैं, अच्छे बुरे वक़्त का सबक हम याद ही कहाँ रखते हैं, चंद शहद में लिपटे...

ज़िंदगी | Zindagi par Shayari

ज़िंदगी ( Zindagi ) ज़िंदगी अब दग़ा रोज़ करने लगी मुफलिसी की यहाँ आह भरने लगी जुल्म का ही मिला है निशाँ ऐसा है आजकल ज़िंदगी रोज़ डरने लगी जो...

माँ पर नज़्म | Maa par Nazm

माँ पर नज़्म ( Maa par nazm )    पिलाकर अमृत का प्याला, क्यों तनाव में रहती है माँ। घर की सारी बला उठाकर फटी जिन्दगी सीती है माँ। क्यों अधिकार...

मुंबई | Mumbai

मुंबई ( Mumbai )  नज़्म  किस्मत की लकीर बदल देती है मुंबई, जद्दोजहद करना सिखाती है मुंबई। पारिजात के जैसे गमकती है दिनरात, फूलों की पंखुड़ियों पे सोती है मुंबई। झुकाती...

जन्मदिन उस्ताद का | Janamdin Ustad ka

जन्मदिन उस्ताद का ( Janamdin ustad ka )   है जन्मदिन आज उस्ताद का पुलकित है अब तो ये मन आत्मा अब मनायेंगे ऐसे ही हर साल हम मेरे दिल...

मेरा आबाद वतन | Mere Aabad Watan

मेरा आबाद वतन ( Mere aabad watan )   देश मेरा सबसे अच्छा कैसे मैं बयां करूं, मोहब्बत का पाठ पढ़ाएं कैसे मैं बयां करूं। उजली जमीन खिला है...

जनाब ये जिंदगी है | Janab ye Zindagi Hai

जनाब ये जिंदगी है ( Janab ye zindagi hai )   जीलो आज और कल हरदम बेझिझक जनाब हमें जिंदगी बार-बार नहीं मिलेगी जीवन में ढेर सारे ग़म और...

राजा कृष्णदेव राय | Krishnadev Rai

राजा कृष्णदेव राय ( नज़्म )   प्रजा के होंठों की मुस्कान महफूज रखते थे कृष्णदेव राय, सहिष्णुता के धागे से सभी को बाँधे रखते थे कृष्णदेव राय। नफरत...

अरसे बाद | नज़्म

अरसे बाद ( Arse Baad )   अरसे बाद आज जिंदगी से मुलाकात हुई खैरियत सलामती की तकल्लुफात हुई। "वैसा ही हूँ, वहीं हूँ, जहाँ तुम थी छोड़ कर गई।" कहना था पर कह न पाया….. . . . खुदी थी कि खुद्दारी…लेखिका :- Suneet Sood Grover अमृतसर (...