Neelkanth Mahadev par Kavita

नीलकंठ महादेव | Neelkanth Mahadev par Kavita

नीलकंठ महादेव ( Neelkanth Mahadev )    सारी दुनिया का गरल पी नीलकंठ कहलाए। ध्यान मग्न भोले शंकर शीश जटा गंग बहाए। भस्म रमाए तन पे बैठे हैं गले सर्पों की माला। हाथों में त्रिशूल धारे शिव बाबा डमरू वाला। बाघांबर धारी भोले शिव हे नंदी के असवार। सब देवों के देव शंभू सारे जग…