पाषाण हृदय कैसे हो गए | Pashan Hriday
पाषाण हृदय कैसे हो गए ( Pashan hriday kaise ho gaye ) किन सपनों ख्वाबों में खोए, क्या गहरी नींद में सो गए। दर्द दिल का जान सके ना, पाषाण हृदय कैसे हो गए। पहले पूछते रहते हमसे, तुम हाल-चाल सब जानते। मन की पीर ह्रदय वेदना, शब्दों की भाषा पहचानते। सब की खुशियों…