बाल मजदूरी | Poem in Hindi on child labour
बाल मजदूरी ( Bal majduri ) नही करवाना बाल- मजदूरी, समझें इनकी कोई मज़बूरी। बनने दो इनको शक्ति-शाली, बचपने में होती है कमजोरी।। पहले होने दो शरीर मज़बूत, रखना बाल मजदूरी से दूर। बेटी पढ़ाओं व बेटी बचाओं, धूप तपिश से रखो इन्हें दूर।। यही बच्चें कल के है भविष्य, शिक्षा मिलती…