गीता मानस | Poem on Gita Manas
गीता मानस ( Gita manas ) अद्भुत रचना शेष की , अलंकार रस छंद । गीता मानस को पढ़ें , दूर सभी हों द्वंद्व ।। भगवद्गीता ग्रंथ का , छंदों में अनुवाद । जीवन को रसमय करें , करे दूर अवसाद।। गीता मानस का सृजन , मानवता का पंथ । गूढ़ विषय सरलीकरण ,…