Poem Pyar ki Khushboo

आओ बिखेरे प्यार की खुशबू | Poem Pyar ki Khushboo

आओ बिखेरे प्यार की खुशबू ( Aao bikhere pyar ki khushboo )     प्यार सब को ही जोड़ता है, नही किसी को ये तोड़ता है। आओ बिखेरो प्यार ख़ुशबू, नही रखो अपना कोई शत्रु।। प्यार के होते अनेंक प्रकार, इसी से चलता यह संसार। हमने प्यार में गुजार दिये, कई दिन, महिनें और साल।। क्यों…