साहित्य और हिंदी फिल्मी गीतों की जुगलबंदी
“वियोगी होगा पहला कवि, आह से उपजा होगा गान” शब्दों का यह सफर सदियों से चल रहा है हमारा हमसफर बनकर, गीतों, गजलों, कविताओं में ढलकर। काव्य अनुभूत जिंदगी है। ऐसी शाब्दिक अभिव्यक्ति जो हमारे ह्रदय के भावों की सघनता, गहनता को परिभाषित और मुखर करती है। साहित्य की सुभाषित, सुवासित, सर्वोत्कृष्ट और सुंदर विधा…