Sunil Kumar Khurana Poetry

सुनील कुमार “खुराना” की कविताएँ | Suneel Kumar Khurana Poetry

मौन अधर जिसके रहते मौन अधरउनके होते हैं सुंदर सफरकर्म होते जिनके नेकपहचानते उनको अनेक शान्ति है जीवन का सारसबसे कर लो तुम प्यारजो होते जीवन में संस्कारीदुनिया होती उनकी सारी मौन अधर बहुत कुछ कहतेसुनते जब समय पर कहतेमौन अधर होते ज्ञान के प्रतीकमौन अधर को करती याद तारीख विश्व हिन्दी दिवस प्यारी हिंदी…