हे रावी | Kavita Hey Ravi

हे रावी! ( Hey Ravi ) मुझे जिसकी तक़दीर पे आज भी अभिमान है वो भूखा-नंगा ही सही, मेरा हिन्दुस्तान है इस बांस-बन में छांव का आना है सख्त मना, चांद को...

योगी बन | Kavita Yogi Ban

योगी बन ( Yogi Ban )   ध्यान धर चिंतन कर योगी बन तू कर्म योगी बन नित नव नूतन हर पल कर सफल अपना जीवन योगी बन नश्वर जगत नश्वर...

हे वागेश्वरी मैया, ऐसा वर दे

हे वागेश्वरी मैया ,ऐसा वर दे   मृदुल मधुर ह्रदय तरंग, स्वर श्रृंगार अनुपम । विमल वाणी ओज गायन, ज्योतिर्मय अन्तरतम । गुंजित कर मधुमय गान , नव रस लहर मानस...

बंजारा की दो नयी कविताएँ

बंजारा की दो नयी कविताएँ ( 1 )  देवता कभी पत्थरों में खोजे गये और तराशे गयें देवता कभी मिट्टी में सोचे गये और ढ़ाले गयें देवता कभी प्लास्टिक में देखे...

तुम्हे रोना नहीं है | Kavita Tumhe Rona Nahi Hai

तुम्हे रोना नहीं है ( Tumhe Rona Nahi Hai )   हे! पुरुष! तुम्हे रोना नहीं है खो जाना है सबमे मगर खुद मे होना नहीं है हे पुरुष!...

काव्य मिलन | Kavita Kavya Milan

काव्य मिलन ( Kavya Milan )   माँ-बाप से बढ़कर, हमें करता कोई प्यार नहीं, उनसे ही वजूद हमारा उनके बिना संसार नहीं, हाथ पकड़कर चलना वो ही...

आज की शादी में | Kavita Aaj ki Shaadi mein

आज की शादी में ( Aaj ki shaadi mein )   हो रहा है सतरंगी आकाश आज की शादी में बारात आई है इस शहर की घनी...

रीड योर वे , आनंद का परम स्पंदन | Kavita Read...

रीड योर वे , आनंद का परम स्पंदन   पुस्तक आभा मनोहारी, उरस्थ शीतलता प्रदायक। तृप्त कर जिज्ञासा पटल, अभिव्यक्ति प्रेरणा नायक । शब्द भाव सरित वाहिनी, नित्य शुभता मानस मंडन...

ਕਿਤਾਬੀ ਮੋਹ

ਡਾ. ਜਸਪ੍ਰੀਤ ਕੌਰ ਫ਼ਲਕ ਜੇ ਕਿਤਾਬਾਂ ਸੰਗ ਦੋਸਤੀ ਨਾ ਹੁੰਦੀ ਹਰਫ਼ਾਂ ਸੰਗ ਪਿਆਰ ਨਾ ਹੁੰਦਾ ਤਾਂ ਮੈਂ ਵੀ ਘਰ ਦੀ ਚਾਰ-ਦੀਵਾਰੀ ਅੰਦਰ ਭੁਰਪੁਰੇ ਲਿਉੜ ਲੱਥੇ ਰਿਸ਼ਤਿਆਂ ਦੀਆਂ ਕੰਧਾ ਨੂੰ ਲਿੱਪਦੇ-ਪੋਚਦੇ ਖਪ...

गिनती की सांसे | Poem Ginti ki Saanse

गिनती की सांसे ( Ginti ki Saanse )   फूटल कौड़ी साथ में केहू न लेके जाई, लूटा मत दुनिया के सुना मेरे भाई। पाप और पुण्य कै...