आओ मिलकर योग करें | Kavita Aao Milkar Yog Kare
आओ मिलकर योग करें
( Aao Milkar Yog Kare )
आओ मिलकर योग करें।
तन मन से रोगों को दूर करें।
स्वास्थ्य हमारा अच्छा सब कुछ अच्छा हो।
रोग ग्रसित अब नहीं देश का बच्चा हो।
सूर्योदय से पहले उठकर खत्म नित्य क्रिया करें।
जिसकी निरोगी काया जीवन वही जिया करें।
सांसों को भरना छोड़ना करो प्राणायाम ।
दिल और दिमाग स्वस्थ हो इस व्यायाम ।
फल मेवा पकवान दुध, सब कुछ मिले प्रकृति से।
हमने निज़ खाना पीना किया विकृत दुर्मति से।
पानी और हवा दूषित हो ऐसा काम ना करें हम।
चलो संभाल कर थोड़ा तो दुनिया लगे मनोरम।
शक्ति मिलेगी शरीर को मन का हो विकास योग से।
संसार में योग से भारतीय संस्कृति का परचम लहराएगा
बुद्धि विवेक ज्ञान से हम सब भोग करें।
आओ मिलकर योग करें योग करें।
लता सेन
इंदौर ( मध्य प्रदेश )