अपनों की याद में

अपनों की याद में | Aap ki yaad mein shayari

अपनों की याद में ! ( Aap ki yaad mein )     बह रहे आंसू अपनों की याद में! घर जब से परदेश आया  छोड़कर   व़क्त कटता शहर में तन्हा न था गांव लौटा  हूं यारों की याद में   कर रहूं अफ़सोस दिल में रात दिन उसके झूठे हर वादों की याद…