ये वादे तो रोज करते हैं, मगर फिर भूल जाते हैं ।

आजकल के नेता | Political shayari

आजकल के नेता ( Aajkal ke neta )   ये वादे तो रोज करते हैं, मगर फिर भूल जाते हैं ।    ये ऐसे दोस्त हैं जो पीठ पर खंजर चुभाते हैं !   करेंगे  सब  की  सेवा देश को आगे बढ़ाएंगे,   इलेक्शन जीतने के बाद ये  सब  भूल  जाते  हैं   हमीं वादों…