आज का काव्यानंद | डॉ० रामप्रकाश ‘पथिक’

आज का काव्यानंद | डॉ० रामप्रकाश ‘पथिक’

बोले राम बोले राम, “धन्य सुरपति कोहूँ अतिशय आभारीधन्य उन्होने संकट में जोस्नेह-शक्ति संचारी मंगलमय सहयोग आज जोउनका मुझे मिला हैपा उनका अनुदेश हृदय मेंनव ऋतुराज खिला है शिरोधार्य, स्वीकार्य आपकेये देवास्त्र सभी हैंकिंतु नीति-सम्मत मत मेराश्रीमन ! सुनें, सुधी हैं माना सत का पंथ कठिन हैकिंतु वरेण्य वही हैवनवासी हूँ मैं, पदाति हीलड़ूँ अभीष्ट…