आज मेरे ही किसी की बेकली दिल में उठी

आज मेरे ही किसी की बेकली दिल में उठी

आज मेरे ही किसी की बेकली दिल में उठी     आज मेरे ही किसी की बेकली दिल में उठी! इस क़दर बैचेनी की ही बेबसी दिल में उठी   भूलकर दिल से किसी की बेवफ़ाई को मगर आज करने को किसी से दोस्ती दिल में उठी   सोचता हूँ मैं उसे अपना बना लूँ…