उल्फ़त का कभी अच्छा अंजाम नहीं होता

उल्फ़त का कभी अच्छा अंजाम नहीं होता

उल्फ़त का कभी अच्छा अंजाम नहीं होता     उल्फ़त का कभी अच्छा अंजाम नहीं होता इससे बड़ा कोई भी बदनाम नहीं होता   मैं बात नही कह  पाता दिल की कभी उससे पीने को अगर हाथों में  जाम नहीं होता   हर व़क्त घेरे है यादें दिल को बहुत मेरे हाँ यादों से ही…