एक प्यारी बेटी जल गयी आग में

एक प्यारी बेटी जल गयी आग में

एक प्यारी बेटी जल गयी आग में     एक प्यारी बेटी जल गयी आग में ! आसुओं में निगाहें मां की भर गयी     बेटियों के बिन देखो घर होता नहीं ये है तो सब कुछ है हाँ वरना कुछ नहीं   मत करो जुल्म नाजुक फूलों के  जैसी है बेटी प्यारी इज्जत…