ऐसा जहां में देखो हुस्ने शबाब उतरा | Ghazal India
ऐसा जहां में देखो हुस्ने शबाब उतरा ( Aisa jahan mein dekho husne shabab utra ) ऐसा जहां में देखो हुस्ने शबाब उतरा जैसे जमीं पे ए यारों आफ़ताब उतरा जिसकी महक ने ही दीवाना बना दिया है दिल में मगर ऐसा वो मेरे गुलाब उतरा उल्फ़त फ़ना दिलों से अब हो…