गुरु | Guru par kavita in Hindi
गुरु ( Guru ) गुरु तुम दीपक मैं अंधकार , किए हैं मुझपे आप उपकार, पड़ा है मुझपर ज्ञान प्रकाश, बना है जीवन ये उपवास, करें नित मुझ पर बस उपकार , सजे मेरा जीवन घर द्वार, गुरु से मिले जो ज्ञान नूर, हो जाऊं मैं जहां में मशहूर गुरु…