गुरुद्वार | Kavita Guru Dwar

गुरुद्वार | Kavita Guru Dwar

गुरुद्वार ( Guru Dwar ) जहाँ सूर्य किरण हो । वहीं प्रकाश होता है । जहाँ असीम अनन्त हो। वहीं आकाश होता है ।। जिसे प्रभु-प्रेम होता है। वही भव पार होता है । जहाँ संतो की वाणी हो। वहीं उद्धार होता है।। जहाँ प्रेम की भाषा हो। वहीँ परिवार होता है । जिससे सामाजिक…