जरा सी बात इतनी भारी हुयी
जरा सी बात इतनी भारी हुयी जरा सी बात इतनी भारी हुयी। उम्र भर की हमें बीमारी हुयी।। आज जी भर के शायद रोया है, इसी से आंख भारी भारी हुयी।। फरेबी नश्ल ही रही उसकी, हानि जो भी हुयी हमारी हुयी।। उसे सुला के ही सो पाता हू़, न जाने…