नवरात्र
नवरात्र (नवरात्र पर विशेष ) भूलो मत अपना नाता । माता-पिता जिसे भुला दे बालक जग में चैन कहां पाता।। ममतामयी तुम करूणामयी तुम प्रेम तुम्हारा विख्याता। कपूत को भी गले लगाती शरण तुम्हारी जो आता ।। रक्तबीज हो या महिषासुर सामने तेरे जो जाता। महाकाली के तेज के आगे कोई…