पूर्ण बेटी से वो हसरत हो गई

पूर्ण बेटी से वो हसरत हो गई

पूर्ण बेटी से वो हसरत हो गई   ज़र जमीं की जब वसीयत हो गई । टेढ़ी उन बेटो की नीयत हो गई ।। ठीक वालिद की तबीयत हो गई । जान को उनकी मुसीबत हो गई ।। जिस तरह औलाद खिदमत कर रही । हर किसी को देख हैरत हो गई ।। चाहते तो…