फूल खिलते है मेरे गांव में!
फूल खिलते है मेरे गांव में! फूल खिलते है मेरे गांव में! नफ़रतों की शहर में तेरे बू है छाओं में खेला करते थे कंचे सब नीम का था इक पड़े जो गांव में शहर में तो है शरारे नफ़रत के प्यार की ही है बहारें गांव में गंदगी देखी है…
फूल खिलते है मेरे गांव में! फूल खिलते है मेरे गांव में! नफ़रतों की शहर में तेरे बू है छाओं में खेला करते थे कंचे सब नीम का था इक पड़े जो गांव में शहर में तो है शरारे नफ़रत के प्यार की ही है बहारें गांव में गंदगी देखी है…