बेबाक रघुवंश बाबू | Raghuvansh Babu Par Kavita
बेबाक रघुवंश बाबू! ( Bebaak Raghuvansh Babu ) पंचतत्व में विलीन हुए रघुवंश बाबू, राजनीति में चलता था उनका जादू। बेबाक थे ,बेबाक रहे, जो जी में आया वही कहे। अपने देसी अंदाज के लिए जाने जाते थे, ठेठ भाषा और बोली से आकर्षित करते थे। समाजवाद के बड़े पैरोकार रहे, पांच पांच बार…

