मुशलशल अश्क बरसाया है पहली बार नहीं है

मुशलशल अश्क बरसाया है पहली बार नहीं है

मुशलशल अश्क बरसाया है पहली बार नहीं है     मुशलशल अश्क बरसाया है पहली बार नहीं है। बस इतना कह के चले जा कि मुझसे प्यार नही है।।   कत्ल करके मेरा कन्धे पे ले गया मुझको भला मैं कैसे कहूं मेरा मददगार नही है।।   जाके तन्हाई में इत्मिनान से पढ़ ले इसको,…