याद आया | Yaad Aya
याद आया ( Yaad Aya ) आज वो गुज़रा सफ़र याद आया साथ हर चलता बशर याद आया बेच बिरसे को बसे शहरों में फिर न बेटों को वो घर याद आया दूर पल में हुए थे ग़म मेरे गर्दिशों का जो समर याद आया क़त्ल कर के जो गया हसरत का संग जैसा वो…
याद आया ( Yaad Aya ) आज वो गुज़रा सफ़र याद आया साथ हर चलता बशर याद आया बेच बिरसे को बसे शहरों में फिर न बेटों को वो घर याद आया दूर पल में हुए थे ग़म मेरे गर्दिशों का जो समर याद आया क़त्ल कर के जो गया हसरत का संग जैसा वो…