याद तेरी जब आती है
याद तेरी जब आती है ***** पुलकित हो जाए रोम रोम, सतरंगी दिखे है मुझको व्योम। रवि की रश्मियां नहला जातीं, व्यथित मन भी बहला जातीं। प्रेम सागर में गोते लगाएं, कभी डूबें कभी उतराएं। संगम चाहे व्याकुल मन, बिन तेरे न लागे मन। लुटा दूं तुम पर जीवन धन, महक उठता है कण कण।…