सादगी तेरी और तेरी जवानी
सादगी तेरी और तेरी जवानी सादगी तेरी और तेरी जवानी। है दिलों को लगती ये कितनी सुहानी।। यूं ही रूठ जाना खुद ही फिर मान जाना। उम्र होती मासूम सी ये दीवानी ।। ख्वाब यूं ही बुनती किसी की ना सुनती। खूं में है इसके कुछ अज़ब सी रवानी।। अंखियों…