प्यार करता हूँ

प्यार करता हूँ | Pyar Kavita

 प्यार करता हूँ  ( Pyar karta hun )   बहार क्या होती है फूल क्यूँ खिलते हैं भँवरे क्यों गाते हैं खुशबू क्यों बिखरती है सूरज क्यों निकलता है चाँद रात भर आकाश में, क्यूँ चक्कर लगाता है बारिश क्यों होती है दिन क्यूँ होता है रात क्यूँ ढलती है। हवा क्यों बहती है पँछी…

अगर हिंदी का परचम दुनिया में लहराएगा, तभी तो भारत विश्व गुरु कहलायेगा

हिंदी भाषा और मैं

हिंदी भाषा और मैं , एक बहोत ही अच्छा शीर्षक है। विभिन्न लेखक इसको अपने-अपने विचारों के अनुसार विश्लेषित करेंगे किन्तु मेरे बिचारों का आधार इस शीर्षक के लिए राष्ट्रप्रेम तथा हिंदी भाषा के प्रति प्रेम है । अर्थात इस शीर्षक में दिए मैं को किसी एक बयक्ति से संभंधित न करते हुए, मैं इसे…

कोरोना का रोना है ,हाँ हाँ कार मची है दुनियां मे

कोरोना का रोना | Corona ke upar kavita

कोरोना का रोना ( Corona ka rona ) –> कोरोना का रोना है , हाँ हाँ कार मची है दुनियां मे || 1.कोरोना वायरस फैल रहा,जाने कैसी बीमारी है | रोका नहीं गया इसको तो,आगे चल के महामारी है | इसके बारे मे कुछ पता नहीं,अभी ये बन्द अलमारी है | हमको ही मिलकर लडना…

हम भी हैं इसी मुल्क के

हम भी हैं इसी मुल्क के | Poem on communalism in Hindi

हम भी हैं इसी मुल्क के ( Ham bhi hain isi mulk ke )     हम भी हैं इसी मुल्क के,  गद्दार नहीं है । मजहब ये मुसलमान सितमगर नहीं है ।   अपने लहू का कतरा भी कुर्बान करें हम कहते हो हमको हम वफादार नहीं हैं   हम भी हैं इसी मुल्क…