सोचा नहीं था हम इस कदर जाएंगे
सोचा नहीं था हम इस कदर जाएंगे सोचा नहीं था हम इस कदर जाएंगे यहाँ से भी हम क्या बे-क़रार जाएंगे एक रात भी अपने बस में नहीं है यानी गुज़रते थे, आज भी गुजर जाएंगे क्या अजीब दुनियादारी है हमारी ज़िंदा दिल वाले आए तो मर जाएंगे बे-इंतिहा मुहब्बत का…