अगर इज़ाज़त हो | Agar Ijazat Ho
अगर इज़ाज़त हो ( Agar ijazat ho ) जुबाँ को नज़्म बना लूँ अगर इज़ाज़त हो ठहर मैं होश आ लूँ अगर इज़ाज़त हो ॥ चमन ग़लीज़ बड़ा आँधियों ने कर डाला इसे मैं पाक़ बना लूँ अगर इज़ाज़त हो ॥ हमें मिले न अगर मुश्किलें डगर क्या वो? हवा से हाँथ मिला लूँ अगर…