अनमोल सुख | Anmol Sukh
अनमोल सुख ( Anmol sukh ) एक दिन पुष्प पूछ बैठा माली से ऐ माली इक बात बताओ सारा दिन मेहनत करते हो खून पसीना इक करते हो तभी ये बगिया खिलती है हरियाली यहां दिखती है। कभी निराई,कभी गुड़ाई कभी पौधों को पानी देते डाल कभी खाद- मिट्टी में तुम पौधों को पोषण…