अस्तित्व | Astitva
अस्तित्व ( Astitva ) मैं खो गई हूँ कही खोज रही हूँ मैं मेरा होना मैं एक कुलवधू एक पत्नी, एक माँ के बीच कहीं खो गई हूँ इन सबके बीच में मैं मुझे खोज रही हूँ कर्तव्यों और फ़र्ज़ के बीच उलझ कर रह गई हूँ मैं इन्हें बिना तोड़े खुद को बनाने…