जिंदगी से ही ढ़ली ऐसी ख़ुशी है

Sad Ghazal | Amazing Urdu poetry -जिंदगी से ही ढ़ली ऐसी ख़ुशी है

जिंदगी से ही ढ़ली ऐसी ख़ुशी है ( Jindagi Se Hi Dhali Aisi Khushi Hai )     जिंदगी से ही ढ़ली ऐसी ख़ुशी है चोट दिल पे ही ग़मों की दें गयी है   ढूंढ़ता गलियां रहा हर शहर की मैं की न राहों में ख़ुशी कोई मिली है   बेवफ़ाई की राहों में…