बोलो वो कैसे जीता होगा | Bolo vo Kaise
बोलो वो कैसे जीता होगा ( Bolo vo kaise jeeta hoga ) देखा न हो जिसने, जीवन में खुशियां बोलो वो कैसे जीता होगा । ह्रद्दय हो जिसका खारे मय का सागर बोलो वो कैसे पीता होगा ।। पेट के खातिर, दिन में टहले रात अंधेरी घर को दहले, बिन स्याही के कलम न…