Chahat shayari

चाहतों का नजीर लगता नहीं | Chahat shayari

चाहतों का नजीर लगता नहीं ( Chahaton ka nazeer lagta nahin )     चाहतों का नजीर लगता नहीं कोई दिल से अमीर लगता नहीं   आज के दौर में मुझे  तो यहाँ कोई जिंदा जमीर लगता नहीं   मतलबी इस जहान में अब मुझे शख़्स कोई कबीर लगता नहीं   सब बड़े है निग़ाह…