Dhara

धारा | Dhara

धारा ( Dhara )    कोशिश न करिए किसी को तौलने की उसकी हुलिए या हालात को देखकर वक्त की दबिश मे चल रहे हैं सभी सूरज भी कभी पूरब तो कभी रहता है पश्चिम… ठीक है की आज आप कहां हैं यह मत देखिए की कौन कहां है हमने देखे हैं कई महलों को…