दिल को अब किसी की जरूरत नहीं | Dil ko Ab

दिल को अब किसी की जरूरत नहीं | Dil ko Ab

दिल को अब किसी की जरूरत नहीं ( Dil ko ab kisi ki jarurat nahi )   ढूंढ लेता खुशियां दिल कहीं ना कहीं। दिल को अब किसी की जरूरत नहीं। आ गया अब जीना दुनिया में दिल को। ठिकाना सुहाना प्रीत की सरिता बही। सिंधु लेता हिलोरें मोती बरसे प्यार के। मनमौजी मतवाला झूम…