वफ़ा से निभाता रहा दोस्ती को | Dosti shayari
वफ़ा से निभाता रहा दोस्ती को ! ( Wafa se nibhata raha dosti ko ) वफ़ा से निभाता रहा दोस्ती को ! बहुत ही उसी ने छला दोस्ती को वफ़ा करते करते जफ़ा सह गये है मगर क्या मिला है सिला दोस्ती को सलामत रहे ये हमेशा वफ़ा से दे ऐसी…