Dulha par kavita

मचल गया दूल्हा फिर आज | Dulha par kavita

मचल गया दूल्हा फिर आज ( Machal gaya dulha phir aaj )    बहुत बताया नही माना दुल्हा, सबके सब सोच रहें क्या होगा। बोला गाड़ी मुझे दहेज में लेना, नही तो बारात अकेला जायेंगा।।   जैसे करके मोटरसाइकिल वे लाऐ, गहना घरवाली का वह बेच आऐ। अब तो लो फेरे आप कॅवर साहब, क्यों…