दुष्यंत त्यागी हो गए | Dushyant Tyagi ho Gaye
दुष्यंत त्यागी हो गए ( Dushyant tyagi ho gaye) आत्मा आहत हुई तो शब्द बागी हो गए। कहते कहते हम ग़ज़ल दुष्यंत त्यागी हो गए। है सियासत कोठरी काजल की रखना एहतियात, अच्छे-अच्छे लोग इसमें जा के दागी हो गए। गेह-त्यागन और यह सन्यास धारण सब फ़रेब, ज़िन्दगी से हारने वाले विरागी…