Geet daulat mehman hai do pal ki

दौलत मेहमां है दो पल की | Geet daulat mehman hai do pal ki

दौलत मेहमां है दो पल की ( Daulat mehman hai do pal ki )   यश वैभव में भूल रहे सब, क्यों धन के पीछे तूल रहे। अपनों से अब करके यूं दूरी, क्यों मंझधार में झूल रहे। दो पल की जिंदगानी प्यारे, दौलत मेहमा है दो पल की। किस बात का घमंड तुझे, हद…