Geet kahan gaye woh din

कहां गए वो दिन | Geet kahan gaye woh din

कहां गए वो दिन ( Kahan gaye woh din )   कहां गए वो दिन प्यार भरे, कहां गई सुहानी रातें। कहां गए वो अपने सारे, कहां गई वो मीठी बातें। कहां गए वो दिन,कहां गए वो दिन।   आधुनिकता के चक्कर में, धन के पीछे भाग रहे। मनमर्जी के घोड़े दौड़ाए, रातदिन जन जाग…