यही हाल इधर भी है | Geet Yahi Haal Idhar Bhi Hai
यही हाल इधर भी है ( Yahi Haal Idhar Bhi Hai ) बेताबी बेचैनी होती, धड़कनों में धक-धक सी है। घबराहट सी होती दिल में, यही हाल इधर भी है। दिल में धक-धक सी है इंतजार की वो घड़ियां, गीतों की सजती है कड़ियां। मन का सागर ले हिलोरें, सावन की बरसे झड़िया। प्रीत…