Ghazal | दिलों के टूटने की जब कभी शुरुआत होती है
दिलों के टूटने की जब कभी शुरुआत होती है ( Dilon Ke Tootne Ki Jab Kabhi Shuruaat Hoti Hai ) दिलों के टूटने की जब कभी शुरुआत होती है। कहो कब चैन मिलता है तङफ दिन-रात होती है।। बहुत मजबूत होते हैं ग़मों को झेलने वाले। कभी भी उनकी आंखों से नहीं बरसात…