खाली था दिल का जाम

खाली था दिल का जाम | Ghazal Khali tha Dil ka Jaam

खाली था दिल का जाम ( Khali tha Dil ka Jaam )   रंगीनिये -हयात के मंज़र से भर गई बस इक नज़र मिली थी कि दिल में उतर गई प्यासों की प्यास और बढ़ा कर गुज़र गई लेकर सरापा-हुस्न के साग़र जिधर गई उसकी निगाहे-नाज़ बड़ा काम कर गई खाली था दिल का जाम…