बता दो सब मेरी खता मुझको | Ghazal Meri Khata
बता दो सब मेरी खता मुझको ( Bata do sab meri khata mujhko ) बता दो सब मेरी खता मुझको, दूर रहकर न दो सजा मुझको।। टूट जाउंगा बिखर जाऊंगा, अश्क मोती नहीं दिखा मुझको।। मैं तेरा गुनहगार हूं या नहीं, तूं अपना फैसला सुना मुझको।। जिसके खातिर सहे हैं सितम,…