मुस्कुराते रहे वो बिना बात पर | Ghazal muskurate rahe wo
मुस्कुराते रहे वो बिना बात पर ( Muskurate rahe wo bina baat par ) मुस्कुराते रहे वो बिना बात पर। दिल पे छाते रहे हर मुलाकात पर।। तीर ऐसे नजर से चलाते रहे। जुल्म ढाते रहे पस्त हालात पर।। है नज़र आ रहे हर तरफ वो हमें। इस तरह छा गये फिर …