हाइकु- ऋतुराज बसंत

Haiku in Hindi || हाइकु- ऋतुराज बसंत

हाइकु- ऋतुराज बसंत ( Haiku- Rituraj Basant )   १ मनभावन ऋतुराज आ गया, मन बहके। २ नवपल्लव लहरत पादप रंग-बिरंग। ३ सरसो फल हो गये सुनहरी आम्र बौराए। ४ कोयल कूके चहका चहकत मदनोत्सव। ५ सजनी गावे फागरस के गीत सजना संग। लेखक: त्रिवेणी कुशवाहा “त्रिवेणी” खड्डा – कुशीनगर यह भी पढ़ें : होगा निश्चय…